मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलनरत हुए ग्रामीण किसान

मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलनरत हुए ग्रामीण किसान

मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलनरत हुए ग्रामीण किसान

 

            पवई बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना अंतर्गत तेंदू घाट बांध का लाभ तो क्षेत्र को मिलने लगा है, लेकिन प्रशासकीय उदासीनता के चलते सैकड़ों किसान परिवार स्वयं को ठगा सा अनुभव कर रहे हैं। इस संबंध में बुधवार को अपने नेताओं के साथ यहाँ के मझगंवा, सतधारा और झबरहा कई ग्रामीण नारेबाजी करते हुए शाहनगर में सड़क पर उतर आए।जिसके बाद वहां पहुंचे संयुक्त कलेक्टर कुशल सिंह गौतम एवं तहसीलदार को समस्या से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा गया है।

किसानों ने बताया कि बांध निर्माण के लिए उनकी आजीविका का स्रोत कृषि भूमि और कई घरों को भी अधिग्रहित कर लिया गया था लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक उसका कोई मुआवजा नहीं दिया गया है जबकि इस संबंध में कई बार आवेदन किया जा चुका है,इस कारण उनके परिवारों पर जीवन यापन के संकट बढ़ गए हैं।उन्होंने निर्धारित मुआवजे की अतिरिक्त भी मुआवजे की मांग की है जिससे उन्हें हो रहे कष्टों की भरपाई हो सके।

इस विषय पर संयुक्त कलेक्टर श्री गौतम ने कहा कि शेष किसानों को मुआवजा वितरण की कार्यवाही अंतिम चरण में है और शीघ्र ही वितरण कर दिया जाएगा। ज्ञापन सौंपते समय किसानों के साथ स्थानीय युवा नेता रामपाल सिंह गौड़,भीम आर्मी से सुनील टाइगर,जयस संगठन के मुकेश कुमार, ओबीसी महासभा से राम भगत कुशवाहा, नारायण प्रजापति आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।